गोपाल खेमका हत्याकांड: कॉल रिकॉर्डिंग, मोबाइल डेटा और जमीन दस्तावेजों की जांच में जुटी पुलिस

गोपाल खेमका हत्याकांड: कॉल रिकॉर्डिंग, मोबाइल डेटा और जमीन दस्तावेजों की जांच में जुटी पुलिस
पटना: उद्योगपति गोपाल खेमका हत्याकांड में मास्टरमाइंड अशोक साव और शूटर उमेश यादव की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस साक्ष्यों के वैज्ञानिक सत्यापन की प्रक्रिया में जुट गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन जब्त कर एफएसएल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। साथ ही, गोली और बरामद पिस्टल का फॉरेंसिक मिलान भी कराया जा रहा है।
कॉल रिकॉर्डिंग से हो सकता है बड़ा खुलासा
जांच अधिकारियों के अनुसार, उमेश राय के मोबाइल से कई कॉल रिकॉर्डिंग मिली हैं, जिनमें जमीन और व्यवसायिक लेन-देन से संबंधित बातचीत दर्ज है। इन रिकॉर्डिंग्स में कई विवादित मामलों के सुराग मिलने की संभावना है। पुलिस ने दो और मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जो आरोप है कि अशोक साव ने हत्या की साजिश के दौरान शूटर उमेश को दिए थे। इनकी सिम डिटेल्स और टॉवर लोकेशन का विश्लेषण किया जा रहा है ताकि साजिश के समय दोनों की मौजूदगी और संवाद की पुष्टि हो सके।
गोपाल खेमका का मोबाइल और लैपटॉप भी जांच के घेरे में
एसआईटी को आशंका है कि गोपाल खेमका के मोबाइल और लैपटॉप में भी महत्वपूर्ण जानकारी हो सकती है, जिससे हत्या से पहले के लेन-देन और विवादों का खुलासा हो सके। टीम इन इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की तलाश और जब्ती की प्रक्रिया में है।
जमीन दस्तावेजों की जांच शुरू
पुलिस ने अशोक साव के उदयगिरी अपार्टमेंट स्थित फ्लैट से जमीन के दर्जनों दस्तावेज बरामद किए हैं। इन दस्तावेजों की स्क्रूटनी शुरू हो चुकी है और यह पता लगाया जा रहा है कि कौन-सी जमीन कहां है और किससे संबंधित है। जांच में निबंधन विभाग की भी मदद ली जा रही है।
जल्द दाखिल होगी चार्जशीट
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एफएसएल रिपोर्ट, कॉल रिकॉर्डिंग और दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इस केस को सुलझाने के लिए तकनीकी जांच के हर पहलू को शामिल किया जा रहा है।
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