पुलिस प्रशिक्षण में एचआईवी/एड्स को लेकर जागरूकता सत्र आयोजित*
📍 *-डॉ. ए.वी. त्रिपाठी ने दिए बचाव व सतर्कता के टिप्स, आरआई मनोज कुमार रहे उपस्थित*
📍 *पुलिस प्रशिक्षण में एचआईवी/एड्स को लेकर जागरूकता सत्र आयोजित*
📍 *-डॉ. ए.वी. त्रिपाठी ने दिए बचाव व सतर्कता के टिप्स, आरआई मनोज कुमार रहे उपस्थित*
*महराजगंज।* पुलिस लाइन में चल रहे जे.टी.सी. प्रशिक्षण के दौरान बुधवार को प्रशिक्षुओं के लिए एक विशेष स्वास्थ्य जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए.वी. त्रिपाठी ने एचआईवी/एड्स की गंभीरता, इसके लक्षण, बचाव के उपाय और इससे जुड़ी भ्रांतियों पर विस्तार से जानकारी दी।
डॉ. त्रिपाठी ने बताया कि एचआईवी (ह्यूमन इम्यूनो डिफिशिएंसी वायरस) एक ऐसा वायरस है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है और यदि समय पर इलाज न हो तो यह एड्स (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम) में बदल सकता है। उन्होंने बताया कि यह रोग असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई या खून के आदान-प्रदान और संक्रमित मां से नवजात में फैल सकता है।
प्रशिक्षुओं को बताया गया कि एचआईवी से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत है, क्योंकि यह रोग सामाजिक संपर्क जैसे हाथ मिलाने, साथ भोजन करने या छींकने-खांसने से नहीं फैलता।
डॉ. त्रिपाठी ने प्रशिक्षुओं को जागरूक करते हुए कहा कि बतौर पुलिसकर्मी वे समाज में एक रोल मॉडल होते हैं, ऐसे में उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वे खुद भी सतर्क रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।
इस अवसर पर पुलिस लाइन के आरआई मनोज कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों की सराहना की और कहा कि इस तरह की जानकारी प्रशिक्षुओं के भविष्य के लिए बेहद उपयोगी है।
कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षुओं के सवालों का भी जवाब दिया गया और उन्हें एचआईवी/एड्स से जुड़े सरकारी संसाधनों व हेल्पलाइन के बारे में भी जानकारी दी गई।