Gujarat News ऐतिहासिक जैसल तोरल समाधि को बदनाम करने में अंजार की भ्रष्ट सरकारी व्यवस्था का बड़ा हाथ है
रिपोर्टर सोढ़ा अनिरुद्ध सिंह कच्छ गुजरात
दबाव और पार्किंग के नाम पर रुपये वसूलने का बढ़ रहा आतंक अंजार का ऐतिहासिक जेसल तोरल धार्मिक स्थल नामला तंत्र के कारण तीर्थयात्रा का सामना कर रहा है। अंजार में जैसल तोरल समाधि, आजकल दादा मंदिर जैसा ऐतिहासिक स्थान है, इतने पर्यटक आते हैं, सुविधा के नाम पर पार्किंग, सोचालय जैसी सुविधा सरकार उपलब्ध कराती है, ऐतिहासिक अंजार के जैसल तोरल समाधि पर्यटन स्थल पर यस खट्टी सरकार का स्वामित्व है .लेकिन ओरमायो ऐसा व्यवहार क्यों कर रहा है पार्किंग के नाम पर सरकारी भूखंडों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं और जमीन किसे मिलेगी यह बड़ा सवाल लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. अंजार में एक भी सरकारी कार्यालय इस विषय पर आगे बढ़ने को तैयार नहीं है. और आश्चर्य की बात तो यह है कि कोई भी सरकारी अधिकारी तीर्थयात्रियों को कोई भी सुविधा मुहैया कराने में दिलचस्पी नहीं ले रहा है. निजी लॉरी, चौकीदार, गाड़ियाँ और छोटे वाहनों का उपयोग पड़ोस के कुछ महत्वाकांक्षी तत्वों द्वारा किया जा रहा है।