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Jharkhand News बीसीसीएल आउटसोर्सिंग फायरिंग और बमबाजी मामले में 3 अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज, आपराधिक इतिहास वाले आरोपियों पर लगेगा सीसीए

रिपोर्टर मिथिलेश पांडेय धनबाद झारखण्ड

धनबाद : बीसीसीएल आउटसोर्सिंग में वर्चस्व को लेकर सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों के बीच हुई बमबाजी और गोलीबारी की घटना की जांच शुरू हो गयी है. इस मामले की जांच करने एसएसपी एचपी जनार्दनन खुद मौके पर पहुंचे. एसएसपी ने सीआईएसएफ अधिकारियों, आउटसोर्सिंग कंपनी प्रबंधन व कर्मियों से घटना की पूरी जानकारी ली.
बता दें कि 24 फरवरी को पुटकी थाना क्षेत्र के गोपालीचक दो नंबर में संचालित सिंह नेचुरल आउटसोर्सिंग में वर्चस्व को लेकर सिंह मेंशन और रघुकुल समर्थकों के बीच बमबाजी और फायरिंग की घटना हुई थी. इस घटना के संबंध में एसएसपी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि फायरिंग और बमबाजी की घटना में एक युवक को गोली लगी है. आउटसोर्सिंग में वर्चस्व को लेकर यह घटना घटी है. इसके अलावा घटना स्थल से एक बम भी बरामद किया गया है. मामले में तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस की ओर से एक एफआईआर दर्ज कर ली गई है. दूसरी प्राथमिकी आउटसोर्सिंग कंपनी ने और तीसरी प्राथमिकी सिंह मेंशन के एक समर्थक ने दर्ज करायी है.
35 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी
एसएसपी ने बताया कि पुटकी थाने के सब इंस्पेक्टर बाबूधन सोरेन के बयान पर प्रारंभिक जांच की गयी है. जिसमें आउटसोर्सिंग के लोडिंग प्वाइंट पर बमबाजी और गोलीबारी की घटना में सिंह मेंशन व रघुकुल के 35 समर्थकों को नामजद व 50 से 60 अज्ञात लोगों को आरोपित किया गया है. जिसमें गोलू रवानी, नवीन पंडित और प्रमोद सिंह समेत अन्य के नाम हैं. एसएसपी ने गोलू रवानी और नवीन पंडित पर सीसीए लगाने की भी बात कही है.
एसएसपी ने बताया कि आउटसोर्सिंग कंपनी सिंह नेचुरल कंपनी के प्रमोद सिंह ने सिंह मेंशन समर्थक गोलू रवानी और रंजीत रवानी समेत अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. 11 लोगों को नामजद किया गया है और करीब 30 लोगों को आरोपी बनाया गया है. सिंह मेंशन समर्थक मुकेश पासवान ने सिंह नेचुरल कंपनी के प्रमोद सिंह व अन्य के खिलाफ जाति आधारित अपराध, छिनतई और रंगदारी मांगने की प्राथमिकी दर्ज करायी है.
आरोपियों के खिलाफ की जाएगी सीसीए लगाने की अनुशंसा
एसएसपी ने कहा कि तीन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज आरोपियों पर सीसीए लगाने की अनुशंसा की जायेगी. सुरक्षा को लेकर पुलिस और सीआईएसएफ मिलकर काम करेंगे. ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए बीसीसीएल, सीआईएसएफ और पुलिस बैठक कर रणनीति बनायेगी. उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग में वर्चस्व और रंगदारी को लेकर फायरिंग और बमबाजी की घटनाएं न हो, इसके लिए पुलिस आउटसोर्सिंग प्रबंधन के साथ बैठक करेगी. इसके साथ ही आउटसोर्सिंग साइट के बाहर भी पुलिस निगरानी रखेगी. सीआईएसएफ आउटसोर्सिंग के दायरे में अपना काम करेगी. लाइसेंसी हथियार से फायरिंग करने वालों का लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जायेगी. एसएसपी ने कहा है कि अवैध हथियार से फायरिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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