Gujarat News अहमदाबाद विरमगाम मे तारीख 6-7- जनवरी को दावत ए इस्लामी द्वारा 2 दिन का इज्तेमा का अयोजन किया गया था
रिपोर्टर अंसारी रफीक नूरी अहमदाबाद गुजरात
भारत में इस संगठन की शुरूवात 1989 में हुईं. यह वो साल था जब पहली बार पाकिस्तान से उलेमा का प्रतिनिधिमंडल भारत पहुंचा था. उस दौर में हाफिज अनीस अत्तारी ने साथियों के साथ मिलकर यह तय किया कि जब तबलीगी जमात के लोग काफिला लेकर चल सकते हैं तो हम क्यों नहीं.इसके बाद भारत में इस संगठन ने विस्तार करना शुरू किया. आज दावत ए इस्लामी के भी हर शहर गांव में काफले निकलते हैं जो लोगो को दिन नमाज़ रोज़े और नशा मुक्त होने की दावत देते हैं
वर्तमाान में ‘दावत-ए-इस्लामी’ का मरकज दिल्ली,मुंबई, और अहमदाबाद में है.
भारत में ‘दावत-ए-इस्लामी’ संगठन की कमान सैयद आरिफ अली के हाथ में है. संगठन भारत में अपना विस्तार करने के लिए सालाना जलसा भी करता है, जिसे ‘सालाना इज्तिमा’ के नाम से भी जाना जाता है. इस जलसे में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचते हैं और जुड़ते हैं. यहीं सालाना इज्तिमा के नाम से विरमगाम मे 2 दिन का इज्तेमा का अयोजन किया गया था
विरमगाम मे अंतर्राष्ट्रीय संगठन दावत ए इस्लामी द्वारा अहमदाबाद जिल्ले के विरमगाम मे 2 दिन का इज्तेमा का अयोजन किया गया था जिस का मुख्य उद्देश्य समाज में सुधार लाने और आज के युवा पीढ़ी जो नशा मुक्त हो समाज में फैली तमाम बुराइयों के प्रति लोगों को जागरूक करने के नेक इरादे से यह आयोजन किया गया।
विरामगांव अहमदाबाद हाईवे बाला पीर बावा की दरगाह के पास 6 जनवरी को सुबह 10 बजे दो दिवसीय इज्तेमा में बड़ी संख्या में मुस्लिम भाई शामिल हुए और 7 जनवरी को मगरिब की नमाज के बाद जिक्र और खास रूह परवर दुआ के साथ इज्तेमा का समापन किया गया।