Punjab News दीवाली से पहले बुलाई गई कैबिनेट मीटिंग में डीए की तीन किश्तें जारी करने समेत दूसरे कर्मचारी मंगा का जिक्र तक नहीं किया गया, बेहद निंदनीय मंगवाल, वेरका।
रिपोर्टर नरिंदर सिंह अमृतसर पंजाब
अमृतसर:- जंडियाला गुरु गहरीमंडी -: (पत्रकार डॉ. नरिंदर सिंह) :- 6 नवंबर पंजाब की भगवंत मान सरकार ने आज दिवाली से पहले बैठक में पंजाब के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को 12 प्रतिशत डीए देने और न ही भत्तों में कटौती के बारे में कोई फैसला लिया। अतीत। बहाली को लेकर घोषणा की गई थी। यह सरकार कर्मचारियों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए दिवाली से पहले घोषणा कर सकती थी, लेकिन पिछली सरकार ने जानबूझकर कर्मचारियों की अनदेखी की है। अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह मंगवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रभजीत सिंह वेरका ने कहा कि दिवाली से पहले पंजाब सरकार पर डीए की तीन किस्तों का जुलाई 2022, जनवरी 2023 और जुलाई 2023 का क्रमश: 4 फीसदी और सितंबर 2021 से कुल 12 फीसदी का बकाया है। मंगवाल और वेरका ने कहा कि यह कर्मचारी वर्ग की अनदेखी है। सरकार को बहुत महंगा पड़ेगा। आने वाले समय में बड़े संघर्ष की तैयारी की जाएगी। इस सरकार ने झूठे वादे किए हैं, वादा पूरा नहीं किया। पिछली दिवाली पर कुल दस प्रतिशत में से छह प्रतिशत डीए दिया गया था। समय, यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
इस मौके पर सबाल्टर्न नेता सुखजीत सेखों, भाई गगनदीप सिंह खालसा, नरिंदर सरमा अवतार गंतुया, जसविंदर पंधेर, सतनाम सिंह बारियां जालंधर, रणदीप सिंह फतेहगढ़, बलजिंदर बरनाला, दारसी चहल रोपड़, लखविंदर सिंह लक्की मुरिंडा बलजीत सिंह कपूरथला, निसान सिंह गुरदासपुर , अमनदीप सिंह धारर तरन तारन गुरवेल सिंह सोही बिक्रम सिंह मानावाला अमरप्रीत सिंह वेरका रणयोध सिंह नतिलारवा निर्मल सिंह तरसिका संदीप सिंह रामदास जोरावर सिंह बासरके और अन्य नेता मौजूद थे।