अध्यक्ष चुनाव के बीच थरूर की दिलेरी:बोले- कुछ लड़ाइयां इसलिए लड़ी जाती हैं ताकि इतिहास याद रखे… हम खामोश नहीं थे
सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और मनमोहन सिंह ने AICC हेडक्वॉर्टर में, जबकि राहुल गांधी ने बेल्लारी में वोट डाला है।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पूरे देश में एकसाथ वोटिंग जारी है। अध्यक्ष पद के लिए अब तक सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, राहुल गांधी और अशोक गहलोत समेत कई दिग्गज नेताओं ने मतदान किया है। कांग्रेस मुख्यालय पर वोटिंग के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि नए अध्यक्ष का इंतजार लंबे वक्त से था।
थरूर का ट्वीट- इतिहास याद रखेगा, हम खामोश नहीं थे
वोटिंग से पहले राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और हरियाणा समेत कई राज्यों में शशि थरूर को पोलिंग एजेंट्स नहीं मिले। कांग्रेस ने इसके बाद नियमों में बदलाव किया और उन्हें पोलिंग एजेंट्स उपलब्ध कराए गए। कांग्रेस संविधान के मुताबिक वोट डालने वाले डेलिगेट्स ही पोलिंग एजेंट होते हैं।
इसी बीच, शशि थरूर ने एक ट्वीट में लिखा है- कुछ लड़ाइयां हम इसलिए भी लड़ते हैं कि इतिहास याद रख सके कि वर्तमान खामोश नहीं था।
खड़गे-थरूर के बीच सीधा मुकाबला, 24 साल बाद वोटिंग
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए 24 साल बाद आज वोटिंग हो रही है। इस पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच सीधा मुकाबला है। देशभर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ऑफिस में 9 हजार डेलिगेट्स (वोटर) वोटिंग कर रहे हैं।
तस्वीरों में देखिए वोटिंग…

1. शशि थरूर- कांग्रेस की किस्मत का फैसला कार्यकर्ता करेंगे। कांग्रेस में परिवर्तन का दौर शुरू हो गया है। मैंने खड़गे जी से बात की है और उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। परिणाम कुछ भी हो, हम सहयोगी बने रहेंगे।
2. मल्लिकार्जुन खड़गे- यह हमारे आंतरिक चुनाव का हिस्सा है। हमने एक-दूसरे से जो कुछ भी कहा वह मैत्रीपूर्ण ही है। हमें मिलकर पार्टी बनानी है। थरूर ने मुझे फोन किया और शुभकामनाएं दीं और मैंने भी उन्हें मुबारकबाद दी है।

कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी (CEA) ने बताया कि चुनाव में 36 पोलिंग स्टेशन, 67 बूथ होंगे। सबसे ज्यादा 6 बूथ UP में होंगे। हर 200 डेलिगेट्स के लिए एक बूथ बनाया गया है। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल राहुल गांधी समेत 47 डेलिगेट्स कर्नाटक के बेल्लारी में वोट डालेंगे। यहां यात्रा के कैंप पर अलग से बूथ बनाया जाएगा।

आखिरी बार 1998 में वोटिंग से हुआ चुनाव
कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए आखिरी बार साल 1998 में वोटिंग हुई थी। तब सोनिया गांधी के सामने जितेंद्र प्रसाद थे। सोनिया गांधी को करीब 7,448 वोट मिले, लेकिन जितेंद्र प्रसाद 94 वोटों पर ही सिमट गए। सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने पर गांधी परिवार को कभी कोई चुनौती नहीं मिली।

मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच मुकाबला
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 24 से 30 सितंबर तक नामांकन दाखिल करने का समय तय हुआ था। शुरुआत में माना जा रहा था कि गांधी परिवार के करीबी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय है, लेकिन मुख्यमंत्री पद न छोड़ने की उनकी मंशा के कारण ये नहीं हो सका। उनके बाद मध्य प्रदेश के पूर्व CM दिग्विजय सिंह का नाम भी खूब चला।
नामांकन की आखिरी तारीख 30 सितंबर को शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे ने नामांकन दाखिल किया। मल्लिकार्जुन खड़गे के नामांकन में कांग्रेस के सभी प्रमुख नेता शामिल हुए थे, इससे यह मैसेज गया कि खड़गे गांधी परिवार के प्रत्याशी हैं।



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