Punjab News भाई अनोख सिंह बब्बर और भाई सुखदेव सिंह बब्बर की शहादत का जश्न पंथक संगठनों द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब पर श्रद्धापूर्वक मनाया गया।
रिपोर्टर नरिंदर सेठी अमृतसर पंजाब
अमृतसर (30 अगस्त) वर्तमान संघर्ष के दौरान भाई अनोख सिंह बब्बर की 36वीं शहादत दिवस और बब्बर खालसा संगठन के शहीद भाई सुखदेव बब्बर की 31वीं शहादत दिवस संयुक्त रूप से पहली बार श्री अकाल तख्त साहिब पर आदर और श्रद्धा के साथ मनाई गई। आज सुबह अंखड कीर्तनी जत्था द्वारा आयोजित श्री अंखड पाठ साहिब का पाठ किया गया।इसके बाद रागी सिंघा ने गुरबाणी का अलग-अलग कीर्तन कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। श्री अकाल तख्त साहिब के मुख्य ग्रंथी सिंह साहिब मलकीत सिंह ने भाई अनोख सिंह के परिवार से हरदीप सिंह, भाई सुखदेव सिंह बब्बर के परिवार से गुरप्रीत सिंह और भाई सुलखन सिंह के परिवार से मक्खन सिंह को सम्मानित किया। इस मौके पर अंखड कीर्तनी जत्था के प्रमुख जत्थेदार बख्शीश सिंह ने कहा कि 1978 की बैसाखी के दौरान भाई फौजा सिंह के नेतृत्व में फर्जी निरंकारियों द्वारा शहीद हुए सिंहों को जब सरकार न्याय नहीं दे पाई तो ये सिंहों ने संगठित होकर खालसा सिद्धांतों के अनुसार कार्य किया। उन्होंने कहा कि देश को शहीदों को हमेशा याद रखना चाहिए. इस अवसर पर उपस्थित लोगों में भाई सतनाम सिंह खंडा, भाई सतनाम सिंह झांजियां, भाई दविदंर सिंह भारा शहीद मंघन सिंह बब्बर, जर्मनी से भाई भूपिंदर सिंह भलवान, जत्थेदार हवारा कमेटी, राष्ट्रीय न्याय मोर्चा से प्रोफेसर बलजिंदर सिंह। संरक्षक बापू गुरचरण सिंह , एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका, दल खालसा से कंवरपाल सिंह, सरबजीत सिंह घुम्मन, पंथक शख्सियतों से दलजीत सिंह बिट्टू, नारायण सिंह चौड़ा, परमजीत सिंह गाजी, राजिंदर सिंह मुगलवाल, सिख यूथ फेडरेशन भिंडरावाले के अध्यक्ष रणजीत सिंह, सुखराज सिंह। वेरका , निहंग रछपाल सिंह, जसबीर सिंह झबाल, सुर !