Jharkhand News धनबाद के कारोबारियों के कई “चेहरे-मोहरे” पर लगा नकाब, हो सकता है खुलासा
दूसरे प्रदेशों के कारोबारियों के साथ होता है गोरखधंधा

रिपोर्टर मिथिलेश पांडेय धनबाद झारखंड
धनबाद : झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कई ठिकानो पर 30 घंटों से अधिक समय तक चली ईडी की छापेमारी खत्म हो गई है. इस छापेमारी में दो करोड़ रुपए से अधिक नकदी के अलावा 6 करोड़ रुपए के एफडी और निवेश के कागजात टीम के हाथ लगने की बात कही जा रही है. धनबाद में कुल आठ से 10 जगहों पर छापेमारी की गई. इस छापेमारी से कोयलांचल में इस बात की चर्चा खूब चल रही है कि कौन कारोबारी मकड़ी की जाल की तरह किसके साथ कारोबार कर रहा है,एक चेहरे में कितने चेहरे छुपे हुए है , इसका खुलासा हो सकता है. धनबाद के कारोबारी केवल बिहार, बंगाल ही नहीं, बल्कि दूसरे प्रदेशों के कारोबारियों के साथ भी साझेदार है. यह बात अलग है कि पैसा इनका होता है और कारोबार कोई और करता है. कोयले के धंधे की ही बात कर ली जाए तो कोयले में इस तरह के काम खूब होते है. रियल स्टेट के धंधे में भी यह काम चल रहा है और हो सकता है कि इस छापेमारी के बाद कई कारोबारियों के रियल स्टेट में भी पैसा निवेश का खुलासा हो l