Jharkhand News 16 जून तक रैयती का मान्यता नहीं हुआ तो होगा उग्र आंदोलन: अंचल मंत्री

रिपोर्टर महेंद्र कुमार यादव चतरा झारखंड
चतरा सिमरिया प्रखंड के इचाक खुर्द गांव से होकर गुजर रही शिवपुर कठौतिया न्यु बीजी रेल लाइन के प्रभावित किसान मुआवजा की मांग को लेकर 17वें दिन भी धरना पर बैठे रहे। धरना भाकपा अंचल परिषद के नेतृत्व में शिवपुर कठौतिया रेल लाइन किसान संघर्ष समिति के द्वारा किया जा रहा है। शुक्रवार को धरना स्थल पर बैठे भाकपा अंचल मंत्री गयानाथ पांडेय ने कहा कि 11 जून को प्रखंड मुख्यालय के किसान भवन में वाम मोर्चा की बैठक होगी। बैठक में रेलवे विभाग और प्रशासन के खिलाफ रणनीति तैयार की जाएगी। इसके बाद योजना बद्ध तरीके से आंदोलन किया जाएगा। 16 जून तक अगर गैर मजरूआ खास बंदोबस्त और भूदान जमीन को रैयती का मान्यता नहीं मिला तो पार्टी उग्र आंदोलन करेगी। जिसका जवाबदेही इरकॉन कंपनी और प्रशासन के अधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि इसके बाद प्रभावित सभी गांव के रैयत और वाम मोर्चा के लोग एकजुट होकर डीसी ऑफिस का घेराव किया जाएगा। धरना स्थल पर रैयत किसानों की एक बैठक अर्जुन कुमार की अध्यक्षता में हुई। बैठक में किसानों ने इरकॉन कंपनी के द्वारा प्रशासन पर दवाब बनाकर जमीन हड़पने की साजिश करने पर जमकर विरोध किया। किसानों ने कहा कंपनी के लोग यहां आकर जमीन लेकर तो दिखाए, उसका खामियाजा कंपनी को भुगतना पड़ेगा। किसान अपनी जमीन को छोड़ने वाले नही है। किसानों ने कहा कि मर मिट जाएंगे पर जमीन नहीं देंगे। किसान 17 दिन से धरना शांतिपूर्ण तरीके से करते आ रहे है। बावजूद इरकॉन कंपनी और प्रशासन का नींद नही खुला है। इचाक, नावाडीह, कुब्बा, अनगड्ढा, मंझली टांड़, कदले, एदला, मुरवे धनगड्ढा आदि गांव के प्रभावित किसानों का आंदोलन इरकॉन कंपनी और प्रशासन के खिलाफ जोरदार होगा। यहां के किसान गैरमजरुआ खास बंदोबस्त, भूदान जमीन को रैयती मान्यता देते हुए मुआवजा भुगतान करने और मकान व संरचना का सर्वे कर भुगतान करने की मांग कर रहे है। धरनास्थल पर अर्जुन कुमार, मोती दांगी, नरेश कुशवाहा, शंकर दांगी, गेंदों राणा, नंदेश्वर दांगी, सुधीर सिंह, राजेंद्र दांगी,जहुर मियां, सोना महतो, सुरेश दांगी, इजहार मियां, पुरन दांगी, प्रीतम दांगी, बढ़न दांगी, जैनुल मियां सहित कई किसान शामिल थे।