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Chhattisgarh News गरियाबंद जिले के जंगलों मे सापो की विभिन्न प्रजातियो का घर है । इसमें सर्प की करीब 30 से ज्यादा प्रजाति शामिल हैं। इनका विवरण नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी के किताब में बताया गया हैं।

रिपोर्टर राकेश कुमार साहू जांजगीर छत्तीसगढ़

 छत्तीसगढ़  : हाल में संस्था को उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व क्षेत्र के जंगल मे एक बेहद खूबसूरत दुर्लभ सांप बम्बू पिट वाइपर मिला, जो केवल भारत में पाया जाता है। इसकी लंबाई 60 से 70 सेमी तक हो सकती हैं, यह पेड़ों पर विचरण करता है ।इसकी  फोटो नोवा नेचर सोसायटी में कार्य करने वाले मैनपुर क्षेत्र के युवक ओमप्रकाश नागेश ने ली है। विष इतना कारगर नहीं होता इस संबंध में नोवा नेचर वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष एम सूरज राव ने जानकारी देते हुए बताया बम्बू पिट वाइपर बेहद ही दुर्लभ प्रजाति के सर्प है। अन्य वाइपर प्रजाति की तरह यह भी विषैला होता है, लेकिन इनका विष इतना कारगर नहीं होता जो इंसान को हानि पहुंचाए। यह छलावरण में बेहद माहिर होते हैं और इनका रंग पेड़-पत्तों से घुल मिल जाता हैं, जिस कारण इसे जंगल में देख पाना बेहद मुश्किल होता हैं।इसके थूथन पर दो गर्मी संवेदन पिट होते हैं, जो अंधेरे में भी अपने शिकार को पहचानने और सटीक शिकार करने में मदद करते हैं। ये अधिकतर बांस के पेड़ों पर लिपटे रहते है इसलिए भी इसे बम्बू पिट वाइपर कहते है ।ऐसे दुर्लभ जीवों को बचाने और उनके संरक्षण के लिए उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व को बचा कर रखना जरूरी हैं। उदंती अभ्यारण्य के कुल्हाड़ीघाट जंगल में यह विलुप्त प्रजाति के सर्प नजर आया है। इसके सामने मुंह का हिस्सा बेहद चौड़ा होता है। इसके पीछे का भाग पतला होता है, एशिया में मुख्य रूप से इनकी दो प्रजाति पाई जाती है। यह सर्प अब बहुत कम नजर आता है। इसके कारण इसे विलुप्त प्रजाति का माना जाता है।

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