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Gujarat News राज्य सरकार ने पेयजल की शिकायतों के लिए टोल फ्री नंबर की घोषणा की

रिपोर्टर कुलदीप वोरा अहमदाबाद गुजरात

प्रदेश के नागरिकों को गर्मी में पेयजल की समस्या न हो, इसके लिए जलापूर्ति विभाग द्वारा बनाई गई योजनाओं की जानकारी देते हुए प्रवक्ता मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि इस वर्ष 13 जिलों में 325 नए नलकूप लगाए गए हैं और 432 नए नलकूप लगाए गए हैं. गर्मी को देखते हुए नई मिनी योजनाओं को चालू किया गया है। मंत्री ने कहा कि पेयजल संबंधी शिकायतें प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर 1916 चालू है। जो 24 घंटे तक चलता रहता है तथा शिकायत प्राप्त होने पर फील्ड कार्यालय द्वारा तत्काल शिकायत के निस्तारण हेतु सतर्कता बरती जाती है। मंत्री ने आगे कहा कि गर्मी की स्थिति को देखते हुए हैंडपंपों की मरम्मत और रखरखाव के लिए 14 जिलों में 187 टीमों को नियुक्त किया गया है. इतना ही नहीं ग्रामीण आंतरिक जल वितरण योजनाओं को संचालित करने वाले संचालकों को विभाग द्वारा आईटीआई प्रदान की जाती है। प्रशिक्षण के माध्यम से आवश्यक उपकरणों के टूल किट वितरित किए गए हैं। साथ ही हर 15 दिन में इन ग्राम स्तरीय संचालकों को जुठ योजना के शीर्ष कार्यों पर पुनश्चर्या प्रशिक्षण भी दिया जाता है।

जलाशयों की स्थिति की जानकारी देते हुए मंत्री ने बताया कि प्रदेश में सरदार सरोवर सहित कुल 1116 बांध हैं. जिनमें से मध्यम और बड़े 207 बांधों की कुल भंडारण क्षमता 8,92,000 घन फीट 12/04/2023 की स्थिति में 4,14,500 घन फीट यानि 53 प्रतिशत पानी जमा हो चुका है। पेयजल के लिए आरक्षित बांधों की कुल क्षमता व उपलब्ध मात्रा का विवरण देते हुए मंत्री ने बताया कि पेयजल के लिए आरक्षित बांधों की कुल संख्या 73 है. इसकी कुल क्षमता 5,01,700 क्यूबिक फीट है। इसके विरुद्ध आज दिनांक 12/04/2023 को उपलब्ध मात्रा 2,52,000 घन मीटर है। क्यूबिक फीट का अर्थ उपलब्ध मात्रा का 50.32 प्रतिशत है। जिसके विरूद्ध पेयजल की आवश्यकता 46,000 घन फीट है। यह राशि पर्याप्त है। इतना ही नहीं पेयजल के लिए जलाशयों में पेयजल आरक्षित करने के बाद की मात्रा के साथ-साथ अन्य जलाशयों से उपलब्ध मात्रा से भी किसानों की मांग को लेकर गर्मी में सिंचाई की योजना है.

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