कटनी कुठला पुलिस ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो लड़कियों का इस्तेमाल करके लोगों को फँसाता था और फिर ब्लैकमेल कर उनसे मोटी रकम ऐंठता था। इस गिरोह के 10 सदस्यों जिनमें 6 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैंको गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने न केवल आरोपियों को चंद घंटों में पकड़ लिया, बल्कि उनसे लूटी गई पूरी राशि 93,000 रुपये और घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी जब्त कर लिए हैं।
कुठला थाना प्रभारी राजेंद्र मिश्रा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्रवाई प्रियेश अग्रवाल पिता केदार प्रसाद अग्रवाल निवासी सेंट्रल बैंक के पास, बरही की लिखित शिकायत पर की गई।
पीड़ित प्रियेश अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि 29 अक्टूबर की शाम लगभग 4 बजे उन्होंने अपनी एक पूर्व परिचित महिला नेहा से किसी लड़की से मिलने के लिए फोन पर बात की थी। इसके कुछ देर बाद, नेहा की सहयोगी पूजा चौधरी का उन्हें फोन आया। पूजा चौधरी ने प्रियेश अग्रवाल को मिलने के लिए लमतरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित बर्मन ढाबा के सामने बुलाया।
शाम लगभग 6:30 बजे प्रियेश अग्रवाल बताई गई जगह पर पहुँचे, जहाँ उन्हें नेहा, पूजा चौधरी, भूमि गर्ग और गीतांजली श्रीवास्तव नामक चार लड़कियाँ और महिलाएँ मिलीं। नेहा ने हरान नामक एक युवक से कमरे की चाबी मँगवाई और ताला खुलवाकर प्रियेश अग्रवाल और एक लड़की भूमि गर्ग को कमरे के अंदर भेज दिया।
थोड़ी ही देर में, ब्लैकमेलिंग गिरोह ने अपने मंसूबों को अंजाम देना शुरू कर दिया। युवक हरान अपने साथियों—मोनू उर्फ साहिल, अनिकेत, शिवम, समीर मलिक व समीर खान—के साथ कमरे में घुस आया।
कमरे में घुसते ही, आरोपियों ने प्रियेश अग्रवाल और लड़की की फोटो खींच ली और उन्हें वायरल कर बदनाम करने की धमकी देते हुए रुपयों की माँग करने लगे। जब प्रियेश अग्रवाल ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उनका मोबाइल छीन लिया और पासवर्ड पूछने लगे। मना करने पर, आरोपियों ने गला दबाकर मार डालने की धमकी दी।
डर के मारे पीड़ित ने मोबाइल का पासवर्ड बता दिया। इसके तुरंत बाद, आरोपी मोनू उर्फ साहिल सेन ने प्रियेश अग्रवाल के बैंक खाते से 90,000 रुपये की राशि गीतांजली के खाते में ट्रांसफर कर ली। इतना ही नहीं, आरोपियों ने पीड़ित की जेब में रखे 3,000 रुपये नकद और उनका मोबाइल फोन भी लूट लिया और लड़कियों सहित मौके से फरार हो गए।
प्रियेश अग्रवाल की रिपोर्ट पर कुठला थाने में संबंधित धाराओं के तहत तत्काल अपराध दर्ज किया गया और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में तुरंत कार्यवाही शुरू की गई।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने बिना देर किए एक विशेष टीम का गठन किया। परंपरागत मुखबिर तंत्र और नवीनतम तकनीकी का कुशलतापूर्वक प्रयोग करते हुए, पुलिस ने कुछ ही घंटों के भीतर सभी आरोपियों की घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया।
थाना प्रभारी राजेंद्र मिश्रा ने बताया कि पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से ऐंठी गई पूरी रकम 93,000 रुपये (नकद और ट्रांसफर की गई राशि) और घटना में इस्तेमाल किए गए 4 नग मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं।
गिरोह में शामिल 6 पुरुष आरोपी और 4 महिला आरोपियों सहित कुल 10 आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने इस मामले में साहिल सेन पिता जगदेव सेन उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम पिलौंजी थाना कुठला, हरान खान पिता गुलाब खान उम्र 20 वर्ष निवासी लमतरा, शिवम कुशवाहा पिता स्व.
प्रकाश कुशवाहा उम्र 20 वर्ष निवासी पुरैनी, छोटू उर्फ अनिकेत यादव पिता सुदामा यादव उम्र 20 वर्ष निवासी लमतरा फाटक के पास, समीर मलिक पिता अब्दुल सत्तार उम्र 26 वर्ष निवासी प्रेमनगर, समीर खान पिता मुश्ताक खान उम्र 20 वर्ष निवासी लमतरा पावर हाउस के पास, नेहा सिहोते पति जितेंद्र सिहोते उम्र 38 वर्ष निवासी रोशन नगर, गीतांजलि श्रीवास्तव पिता स्व.
विशाल श्रीवास्तव उम्र 25 वर्ष निवासी माधवनगर, पूजा चौधरी पति विकास चौधरी उम्र 27 वर्ष निवासी प्रेमनगर भूमि गर्ग पिता हरिओम गर्ग उम्र 18½ वर्ष निवासी द्वारका सिटी थाना माधव नगर को गिरफ्तार किया है।
आरोपी का पूर्व आपराधिक रिकार्ड
आरोपी हरान खान के विरुद्ध पूर्व से थाना कुठला में 3 अपराध पंजीबद्ध, मोनू उर्फ साहिल सेन के विरुद्ध 1 अपराध, समीर खान के विरुद्ध 2 अपराध पंजीबद्ध है ।