*चार महीने से वेतन न मिलने पर भड़के सफाई कर्मी, बोले—दीवाली अंधेरे में बीतेगी*

जसवंतनगर
नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारियों को पिछले चार महीनों से वेतन न मिलने से भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। त्यौहारों का मौसम शुरू हो चुका है, लेकिन सफाई कर्मियों की दिवाली खुशियों के बजाय चिंता में डूबी दिखाई दे रही है। वेतन न मिलने से सैकड़ों परिवारों के घरों के चूल्हे तक ठंडे पड़ने की नौबत आ गई है।
सोमवार को सैकड़ों सफाई कर्मी, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं, पालिका परिसर पहुंचे और प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया। कर्मचारियों ने पालिका प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार कई महीनों से वेतन न मिलने के बावजूद अधिकारियों की चुप्पी असहनीय है। प्रदर्शन के दौरान महिला सफाई कर्मी सुनीता, नीलम, ममता और सरोज ने कहा कि दीपावली जैसे पर्व पर उनके घरों में अंधकार छाया हुआ है। बच्चों के लिए नए कपड़े और मिठाई खरीदना तो दूर, रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करना भी मुश्किल हो गया है।
कर्मचारियों ने बताया कि समय पर वेतन न मिलने से उनके घरों का बजट बिगड़ गया है। कुछ कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें उधार लेकर गुजारा करना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र वेतन भुगतान नहीं किया गया तो वे सफाई कार्य बंद कर हड़ताल पर जाने को मजबूर होंगे।
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी श्याम बचन सरोज ने कहा कि पालिका के पास फिलहाल सीमित ग्रांट उपलब्ध है। जैसे ही शासन से अतिरिक्त धनराशि प्राप्त होगी, सभी कर्मचारियों का बकाया वेतन और पीएफ भुगतान नियमानुसार किया जाएगा।
फोटो:-नपा में विरोध प्रदर्शन करते हुए सफ़ाई कर्मचारी महिला।