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“शिक्षक दिवस का महत्व”आइए जानते हैं कि शिक्षक दिवस मनाने का ऐतिहासिक महत्व क्या है

रिपोर्टर देवेन्द्र कुमार जैन भोपाल मध्यप्रदेश
शिक्षक दिवस भारत में 5 सितंबर को मनाया जाता है, जो डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह दिन शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का अवसर है। डॉ. राधाकृष्णन एक महान शिक्षक, दार्शनिक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया और उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की पहल 1962 में हुई। यह दिन शिक्षकों के सम्मान और उनके योगदान को पहचानने के लिए मनाया जाता है। शिक्षकों का सम्मान एवं शिक्षक दिवस शिक्षकों के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करने का अवसर है।यह दिन शिक्षा के महत्व को उजागर करता है और शिक्षकों की भूमिका को पहचानता है। शिक्षक दिवस शिक्षकों के योगदान को पहचानने और उनके प्रयासों की सराहना करने का अवसर है।विद्यालयों में समारोह मनाया जाता है। विद्यालयों में शिक्षक दिवस के अवसर पर समारोह आयोजित किए जाते हैं, जिसमें शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कार दिए जाते हैं। शिक्षण संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।छात्र अपने शिक्षकों के सम्मान में गीत, नृत्य, और नाटकों का प्रदर्शन करते हैं। छात्र अपने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए भाषण और कविताएं प्रस्तुत करते हैं।विद्यार्थी और शिक्षक संवाद करते हैं और अपने अनुभव साझा करते हैं।शिक्षक दिवस यह संदेश है कि शिक्षक दिवस शिक्षा के महत्व को उजागर करता है और शिक्षकों की भूमिका को पहचानता है। शिक्षक दिवस हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षक समाज की रीढ़ हैं। वे हमारे जीवन में आदर्श, मार्गदर्शक, और प्रेरक बनकर आगे बढ़ने की शक्ति देते हैं। यह दिन हमें शिक्षकों के प्रति अपनी कृतज्ञता और समर्पण को व्यक्त करने का अवसर देता है।

Bhopal Madhya Pradesh News @ Reporter Devendra Kumar Jain

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