बरसात में मच्छरों से बचाव हेतु महिलाओं के बीच मच्छरदानी व बेड-शीट का वितरण
प्रज्वला महिला मंडल, सिजुआ क्षेत्र के तत्वावधान में हुआ सामाजिक कार्यक्रम
सिजुआ, 25 अगस्त 2025।
बरसात के मौसम में मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से बचाव को लेकर प्रज्वला महिला मंडल, सिजुआ क्षेत्र की ओर से एक सराहनीय पहल की गई। सोमवार को पुराना सिजुआ क्षेत्रीय कार्यालय के समीप स्थित स्टाफ रिक्रिएशन क्लब प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र की 40 महिलाओं (दैनिक मजदूरों) के बीच मच्छरदानी एवं बेड-शीट का वितरण किया गया।
यह कार्यक्रम दीक्षा महिला मंडल की अध्यक्ष, श्रीमती मिली दत्ता के दिशा-निर्देशन तथा प्रज्वला महिला मंडल की अध्यक्ष, श्रीमती शर्मिष्ठा चक्रवर्ती के नेतृत्व में संपन्न हुआ। वितरण समिति की अध्यक्ष, श्रीमती चक्रवर्ती ने स्वयं महिलाओं को मच्छरदानी और बेड-शीट प्रदान की।
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती शर्मिष्ठा चक्रवर्ती ने कहा,
“प्रज्वला महिला मंडल का उद्देश्य हमेशा दबे-कुचले, गरीब, असहाय तथा समाज के अंतिम व्यक्ति तक मदद पहुँचाना है। हम लगातार ऐसे सामाजिक कार्य करते रहे हैं और भविष्य में भी समाजसेवा का यह कार्य जारी रहेगा।”
उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा अधिक रहता है। ऐसे में मच्छरदानी का उपयोग सभी के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी है।
इस अवसर पर भाषवती कुंडू, रेखा कुमार समेत मंडल की अन्य महिलाएँ भी उपस्थित रहीं। सभी ने संयुक्त रूप से यह संकल्प लिया कि समाज की ज़रूरतमंद महिलाओं और परिवारों तक समय-समय पर सहायता पहुँचाई जाएगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
कार्यक्रम में शामिल हुई लाभार्थी महिलाओं ने कहा कि यह पहल उनके लिए बहुत ही उपयोगी है। दैनिक मजदूरी करने के बाद परिवार चलाना ही कठिन होता है, ऐसे में मच्छरदानी और बेड-शीट जैसी आवश्यक चीज़ें मिलना उनके लिए राहत की बात है।
सिजुआ क्षेत्र की निवासी रेखा देवी ने कहा,
“बरसात के समय मच्छर बहुत बढ़ जाते हैं और बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर हम परेशान रहते हैं। आज हमें मच्छरदानी मिली है, अब हम निश्चिंत होकर सो पाएंगे।”
वहीं स्थानीय निवासी सविता कुमारी ने महिला मंडल के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा,
“समाज के अंतिम व्यक्ति तक मदद पहुँचाने का जो संकल्प महिला मंडल ने लिया है, वह सचमुच प्रशंसनीय है। हमें खुशी है कि हमारे क्षेत्र में ऐसे संगठन सक्रिय हैं।”
लोगों का कहना था कि इस तरह के सामाजिक कार्यों से न केवल आमजन को सीधी मदद मिलती है बल्कि समाज में जागरूकता भी फैलती है।