पूर्णिया की सड़कों पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने दौड़ाई मोटरसाइकिल
पूर्णिया (बिहार), 24 अगस्त 2025

पूर्णिया की सड़कों पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने दौड़ाई मोटरसाइकिल, ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में दिखा विपक्ष का नया अंदाज़
पूर्णिया (बिहार), 24 अगस्त 2025
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव रविवार को बिहार के पूर्णिया की सड़कों पर मोटरसाइकिल पर सवार नजर आए। यह दृश्य ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान सामने आया, जिसका उद्देश्य है चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और मतदाता सूची में कथित गड़बड़ियों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करना।
इस 16 दिवसीय यात्रा की शुरुआत राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव और अन्य विपक्षी नेताओं के साथ पूर्णिया से की। यात्रा का मुख्य नारा है – “वोट की रक्षा, लोकतंत्र की सुरक्षा”, जो आगामी विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को जागरूक करने और विपक्षी एकता का प्रदर्शन करने का एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
1,300 किमी, 20 जिले, 16 दिन
‘वोटर अधिकार यात्रा’ के तहत कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दल बिहार के 20 जिलों से होकर लगभग 1,300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। यह यात्रा 1 सितंबर को पटना में एक विशाल रैली के साथ संपन्न होगी।
राहुल गांधी ने इस मौके पर कहा,
“देश के हर नागरिक को वोट देने का अधिकार है। अगर किसी का नाम वोटर लिस्ट से बिना कारण काटा गया है, तो यह लोकतंत्र पर हमला है। हम इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे।”
मोटरसाइकिल राइड बना चर्चा का केंद्र
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मोटरसाइकिल रैली ने स्थानीय लोगों और सोशल मीडिया पर खासा ध्यान खींचा। सड़क किनारे भारी संख्या में लोग मौजूद रहे, जो हाथों में तिरंगा और विपक्षी दलों के झंडे लिए हुए नजर आए। यात्रा में CPI, CPI-ML, VIP और अन्य INDIA गठबंधन दलों के नेता भी शामिल हुए।
प्रशासनिक इंतज़ाम और NDA की प्रतिक्रिया
पूर्णिया प्रशासन ने यात्रा को देखते हुए कई सड़कों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की। वहीं, सत्तारूढ़ एनडीए ने इस यात्रा को “राजनीतिक नौटंकी” बताते हुए कहा कि यह विपक्ष का भ्रम फैलाने का प्रयास है।
BJP नेता नित्यानंद राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“कांग्रेस और RJD को पहले अपने शासनकाल की विफलताओं पर माफ़ी मांगनी चाहिए, फिर लोकतंत्र की बातें करनी चाहिए।”
निष्कर्ष
‘वोटर अधिकार यात्रा’ एक ओर जहां विपक्षी दलों की एकता को मजबूती दे रही है, वहीं दूसरी ओर यह राज्य की राजनीति में आगामी बदलावों की आहट भी दे रही है। राहुल गांधी का जमीनी अंदाज़ और तेजस्वी यादव का युवा नेतृत्व बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकता है।
रिपोर्टर: [आपका नाम]
स्रोत: लाइव रिपोर्टिंग, मीडिया इनपुट्स, Times of India, NBT, Hindustan



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