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Madhya Pradesh News : पुलिस प्रशासन द्वारा सुनवाई नहीं करने पर महिला ने की आत्महत्या मृतिका के परिवार ने लगाया कानवन पुलिस पर आरोप

रिपोर्टर पवन सावले धार मध्य प्रदेश

धार जिले के कानवन में थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशाशन की एक बड़ी लापरवाई सामने आई हे विगत दिनों में कानवन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सात चयनसिंह कुशवाह की पत्नी वह अन्य महिलाओं ने मारपीट करने का मामला सामने आया हे जिसमें कानवन गांव की कुछ महिलाओं द्वारा आंगनवाड़ी भवन में जाकर मारपीट की ओर मारपीट करते हुवे महिला को जबरन गलियों में घुमाया गया वह आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ज्योति वर्मा को घसीट कर थाने में लाया गया था लेकिन कानवन थाना पुलिस द्वारा सारा नजारा देखने के बाद दो दिन तक किसी प्रकार की कोई करवाई नहीं की गई परिजनों का आरोप हे कि कानवन पुलिस द्वारा मामला रफा दफा करने की कोशिश की गई जिससे हताश होकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने आत्महत्या कर ली

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सात मारपीट वह गांव में बेइज्जती होने की वजह से वह पुलिस प्रशासन द्वारा शिकायत न दर्ज करने की वजह से महिला आंगनवाड़ी कार्य करता ने आत्महत्या करने को हताश हो गई जिससे लेकर
दिनांक 30/7/2025 को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ज्योति वर्मा के परिवार एवं समाज जनों के सात मिलकर ज्योति वर्मा को मारपीट करने वह षड़यंत्र पूर्वक बदनाम करने वह आत्महत्या करने के उकसाने के मामले में परिजनों ने थानाप्रभारी कानवन अभय नीमा को आवेदन प्रस्तुत किया और आरोपी चयनसिंह कुशवाह और उसके भाई मुन्ना कुशवाह को मुख्य आरोपी बना कर एफआईआर दर्ज करने की मांग की

मृतक महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के भाई वीरेन्द्र वर्मा द्वारा बताया गया कि मेरी बहन के सात आंगनवाड़ी भवन में आकर आरोपी द्वारा मारपीट करते हुए थाने पर लाया गया और उस समय चयनसिंह कुशवाह सात में ही मोजूद था मारपीट करने की वजह से मेरी बहन थाने में ही बेहोश हो गई जिसे पुलिस वाहन द्वारा ही अस्पताल भेजा गया लेकिन दो दिन तक मारपीट करने वाले आरोपी पर कानवन पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर किसी प्रकार की कोई करवाई नहीं की गई जिससे हताश होकर मेरी बहन ने आत्महत्या कर ली अगर पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज कर उचित करवाई की जाती तो मेरी बहन आज हमारे सात होती

उक्त मामले में कानवन थाना प्रभारी अभय नीमा द्वारा बताया गया कि उस मामले में पुलिस प्रशाशन द्वारा सभी प्रकार की करवाई की गई हे महिला द्वारा जो आवेदन दिया गया था जिन लोगों के कारणों की वजह से महिला ने आत्महत्या की थी उन सभी आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की गई

थाना प्रभारी अभय नीम के बयानों से प्रतीत होता ही की उक्त घटना में आंगनवाड़ी कार्य करता के आत्महत्या करने के बाद सभी आरोपियों पे प्रकरण दर्ज किया गया अगर पुलिस प्रशासन समय पर ज्योती वर्मा के सात हुई मारपीट को समय पर संज्ञान में लेकर कारवाई की जाती तो हो सकता हे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ज्योती वर्मा आज जीवित होती

Indian Crime News

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