Uttar Pradesh News बुजुर्गों के दरबारों में हाजरी लगाने से होती है दिल्ली मुराद पूरी कासिम अली अब्बास

रिपोर्टर वासीउद्दीन आगरा उत्तर प्रदेश
बालूगंज नई बस्ती स्थित दरगाह हजरत रहमत शाह बाबा रहमतुल्लाह अलेह का दो दिवसीय उर्स मुबारक बड़ी ही अकीदत के साथ मनाया गया उर्स शरीफ के पहले दिन बाद नमाज असर संदल व चादर पोशी गुलपोशी फातिहा के साथ जश्ने उर्स मुबारक का आगाज हुआ बाद नमाज मगरिब लंगर तकसीम किया गया बाद नमाज ईशा महफिले मिलाद शरीफ देर रात्रि तक चला वही उस मुबारक के दूसरे दिन बाद नमाज फजर कुरान खानी 11:00 कुल शरीफ की रस्म अदा की गई तथा रंग की महफिल के साथ दो दिवसीय उर्स का समापन हो गया दरगाह के सज्जादा नशीन कासिम अली अब्बास ने कहा कि बुजुर्गों के वसीले से अल्लाह तबारक ताला तकदीर भी बदल देता है इन बुजुर्गों का वसीला हम लोगों की दुआओं में दरबारे अल्लाह के लिए वकालत का काम करती है क्योंकि अल्लाह तबारक ताला को इन बुजुर्गों ने राजी किया है और अल्लाह तबारक ताला ने इन बुजुर्गों को अपना दोस्त माना है इसलिए दरबार ए खुदा बंदी मैं अल्लाह तबारक ताला अपने इन दोस्तों की बात को टाल नहीं सकता इसलिए इनके दरों पर हाजिरी लगाना हम लोगों के लिए जरूरी है क्योंकि इनसे मोहब्बत करने वाला अल्लाह के महबूब के करीब हो जाता है जो बंदा अल्लाह के महबूब मोहम्मद साहब के करीब होगा अल्लाह तबारक ताला उसके करीब होगा जश्ने उर्स मुबारक की व्यवस्था संभालने वालों में मुख्य रूप से निसार अहमद शराफत आदि लोग हुसैन बिट्टू चौधरी अब्दुल हक डॉ जमील अहमद अब्बासी सत्तार नौशाद गद्दी पप्पू भाई रहीस अहमद चंदू गद्दी लियाकत अली हबीब आदि लोग शामिल रहे उस्मानी