सोनौली पुलिस के आतंक और वसूली से नाराज़ व्यापारी पहुंचे पुलिस कप्तान के दरबार
सोनौली पुलिस के आतंक और वसूली से नाराज़ व्यापारी पहुंचे पुलिस कप्तान के दरबार
महराजगंज
पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर व्यापारी सोनौली पुलिस के आतंक और वसूली से नाराज़ व्यापारी पहुंचे पुलिस कप्तान के दरबार
भगवानपुर चौकी प्रभारी पर खुलेआम रिश्वत लेने का आरोप, सोनौली प्रभारी कोतवाल ने साधा चुप्पी। भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली कस्बे में इन दिनों पुलिस की मनमानी और अवैध वसूली से व्यापारी वर्ग खासा परेशान और आक्रोशित है। ताजा मामला भगवानपुर चौकी का है, जहां के प्रभारी पर खुलेआम रिश्वत लेने और व्यापारी को बेवजह परेशान करने का गंभीर आरोप लगा है।
व्यापारी नेता सुभाष जायसवाल ने जिले के पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपते हुए पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सोनौली के एक प्रतिष्ठित दुकान से एक व्यापारी ने अपने निजी उपयोग के लिए दो एयर कंडीशनर (एसी) खरीदे थे और उन्हें वाहन द्वारा अपने घर ले जा रहा था। जैसे ही वह वाहन भगवानपुर पुलिस चौकी के सामने पहुंचा वहां मौजूद रिश्वत लेने में माहिर पुलिसकर्मियों ने उसे रोक लिया और एसी को जबरन वाहन से उतारकर चौकी में रख लिया। जब व्यापारियों ने पुलिस से अनुरोध किया कि वे वैध कागजात देखें और यदि संदेह हो तो कस्टम विभाग को सौंप दें तब भी चौकी प्रभारी ने न तो कागज देखने की जहमत उठाई, और न ही सामान कस्टम को सुपुर्द किया। इसके बजाय व्यापारी को घंटों तक चौकी पर बैठाकर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। अंततः चौकी प्रभारी की ओर से ₹10,000 की रिश्वत की मांग की गई। मामला बढ़ता देख व्यापारी ने ₹6,000 देकर किसी तरह एसी छुड़वाया और घर चला गया।
इस घटना से व्यापारी वर्ग में भारी आक्रोश व्याप्त है। व्यापारी नेता सुभाष जायसवाल ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है, सोनौली क्षेत्र में व्यापारियों को आए दिन पुलिस की दबंगई और अवैध वसूली का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर भगवानपुर चौकी प्रभारी समेत दोषी पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में किसी व्यापारी के साथ ऐसा उत्पीड़न न हो।
पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच का आश्वासन दिया है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस भ्रष्टाचार और मनमानी पर कब तक लगाम लगाता है।