Madhya Pradesh News छात्र-छात्राओं का भविष्य गढ़ने में प्राचार्य की भूमिका महत्वपूर्ण
प्राचार्यां का उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

रिपोर्टर बलराम बरोलिया सागर मध्य प्रदेश
विद्यालय को एक अच्छे विद्यालय का स्वरूप देने और छात्र-छात्राओं का भविष्य गढ़ने में प्राचार्य की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उक्त विचार अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी ने प्राचार्यों के उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यक्त किए। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक, अतिरिक्त परियोजना अधिकारी, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा मिशन श्री अभय श्रीवास्तव, सहायक संचालक श्री अरविंद जैन सहित 300 से अधिक प्राचार्य मौजूद थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी ने कहा कि शासकीय विद्यालयों को निजी विद्यालयों से अच्छा बनाने में प्राचार्य सहित शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि पिछले 2 वर्षों से लगातार शासकीय विद्यालयों के बच्चों ने निजी विद्यालयों से बोर्ड परीक्षाओं में अच्छे परीक्षा परिणाम दिये हैं। उन्होंने कहा कि प्राचार्य की भूमिका विद्यालय को अच्छा बनाने में होती है। उन्होंने समस्त प्राचार्य से कहा कि आप सभी अपने-अपने विद्यालयों की वित्तीय एवं प्रबंध की स्थिति को इस प्रकार बनाएं कि विद्यालय आपका जिले में अव्वल रहे।
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्कूल चले हम अभियान प्रारंभ होगा, जिसमें विद्यालयों में बच्चों के प्रवेश के साथ उनके अभिभावकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएं। उनको विद्यालय के संबंध में उपलब्ध सुविधाओं के संबंध में जानकारी दें। श्रीमती सपना त्रिपाठी ने कहा कि मैं भी एक शासकीय विद्यालय में पढ़ी हुई हूं और आज आपके सामने अपर कलेक्टर के पद पर कार्यरत हूं। यह सब शासकीय शिक्षकों की मेहनत का कमाल है कि आपके पढ़ायें हुए बच्चे भी प्रशासनिक सेवा में कार्यरत हैं। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन, वित्तीय लेखा एवं प्रबंधन, मध्यप्रदेश सिविल सेवा अधिनियम 1966 के संबंध में विस्तार से बताया । अपर कलेक्टर श्रीमती त्रिपाठी ने कहा कि छात्र-छात्राओं के भविष्य गढ़ने में प्राचार्य की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इस भूमिका को आप सब को बनाए रखना है। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री अखिलेश पाठक ने प्रशिक्षण के संबंध में आवश्यक जानकारी प्रदान दी। उन्होंने कहा कि यह पांच दिवसीय प्रशिक्षण में प्राचार्य को विद्यालय प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन एवं छात्र-छात्राओं अभिभावकों से व्यवहार प्रबंधन की जानकारी दी गई है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी श्री अभय श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण के संबंध में प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।