
रिपोर्टर चेतन लालपुरा मेहसाणा गुजरात
मेहसाणा जिले में चोरी की एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. विवरण के अनुसार, संथाल गांव के बाहरी इलाके में बंद ओएनजीसी संयंत्र में रिसाव की निगरानी के लिए एसआरपी समूह 15 के कर्मियों को तैनात किया गया है। एक गुजराती कहावत के अनुसार ये जवान रात के समय एक साथ मिल कर अपनी कारों में पौधे चुरा लेते थे। हालांकि जब ओएनजीसी की खुफिया टीम ने औचक निरीक्षण किया तो ये लोग रंगे हाथ पकड़े गए. मेहसाणा जिले के संथाल गांव के बाहरी इलाके में बंद ओएनजीसी प्लांट से सामान चोरी होने की घटना सामने आई है. जानकारी के अनुसार मेहसाणा ओएनजीसी की खुफिया टीम के इंस्पेक्टर दक्षेश जोशी, ईश्वर भाई प्रजापति, सुरक्षा इंस्पेक्टर रौनक प्रजापति, कुलदीप सिंह शाहरान रात में अपनी कारों में औचक चेकिंग के लिए निकले थे. इस दौरान सूचना मिली थी कि संथाल फ्रेज 1 बंद पड़े ओएनजीसी प्लांट में रखे सामान को वहां ड्यूटी पर तैनात एसआरपी कर्मी चुरा रहा है। सूत्रों ने बताया कि विशेष सूचना मिलने पर टीम देर रात संथाल संयंत्र पहुंची। इसी बीच एक कार आ रही थी, उसने उसे रोक लिया और एसआरपी जवान चोरी करते पकड़ा गया। चेकिंग के दौरान जीजे 02 सीएल 5631 वाहन में सवार एसआरपी 15 आर्म पुलिस कांस्टेबल जगदीश भोई को उसी डेकी से चोरी करते हुए पकड़ा गया, जो रात में प्लांट में अपने वाहन में गिर गई थी। गिरफ्तार किए गए जवान ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है इसके साथ ही गिरफ्तार जवान ने इस मामले में कबूल किया और कहा कि एसआरपी एएसआई मुंगजी पवाया, एसआरपी कांस्टेबल सुहाग राठौड़, एसआरपी कांस्टेबल किशन राठौर, जो वाक्यांश 11 पर ड्यूटी पर थे, ने वाक्यांश 1 में चोरी करना कबूल किया. बाद में संथाल पुलिस को सूचना देने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार की तलाशी ली, जिसमें 16 हजार की लोहे की छड़, 2 हजार की कीमत की लोहे काटने की मशीन के लिए तार, 2 हजार का फोन, 3 लाख की कार और कुल 3 रुपये मिले। चोरी हुए एसआरपी जवान के 20 हजार रुपये दिए गए इसके साथ ही पुलिस ने इन सभी के खिलाफ संथाल पुलिस में शिकायत दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.