Chhattisgarh News : वीडियो वायरल होने के बाद बैकफुट पर ठेका कंपनी नीलकंठ

रिपोर्टर मनोज मानिकपुरी कोरबा छत्तीसगढ़
कुसमुंडा स्थित नीलकंठ ठेका कंपनी के दफ्तर में बाउंसरों ने भू विस्थापित से मारपीट कर दी। उसे खींचकर दफ्तर से बाहर निकाल दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया, जिससे जनाक्रोश बढ़ते देख कंपनी ने बाउंसरों का काम बंद करा दिया है। हालांकि कार्रवाई को औपचारिक माना जा रहा है। कंपनी ने पहले भी बाउंसरों को काम से हटाने के थोड़े ही दिन वापस बुला लिया था।
एसईसीएल के कुसमुंडा खदान में नीलकंठ नामक ठेका कंपनी नियोजित है। कंपनी ने सुरक्षा के लिए एक कंपनी के बाउंसरों को नियुक्त किया है। हाल ही में ठेका कंपनी के दफ्तर का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में किसी बात को लेकर विवाद के बाद अफसरों के सामने ही बाउंसर युवक से मारपीट करते नजर आ रहे थे। वायरल वीडियो में बाउंसर युवक को खींचकर दफ्तर से बाहर खीचते दिख रहे थे। वायरल वीडियों से पीड़ित युवक की पहचान चंद्रनगर निवासी समीर पटेल के रूप में हुई थी। युवक के साथ घटित घटना और पीड़ित को ही नशे की हालत में मारपीट की
शिकायत दर्ज कराने की खबर आम होने के बाद भू विस्थापितों में आक्रोश पनप रहा था। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कुसमुंडा इकाई ने भू विस्थापित और स्थानीय बेरोजगारों को 15 दिवस के भीतर रोजगार मुहैया कराने की मांग तेज कर दी। सीकेएस ने निर्धारित समय पर रोजगार उपलब्ध नही कराने पर गेट व खदान बंद करने की चेतावनी तक दे डाली। साथ ही लोग मारपीट करने वाले बाउंसर और कंपनी के अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। बताया जा रहा है कि कंपनी के अफसरों ने बढ़ते जनाक्रोश को देखते हुए बाउंसरों के काम पर रोक लगा दिया है। हालांकि कंपनी की कार्रवाई को औपचारिक माना जा रहा। इसे लेकर कहा जा रहा है कि बीते दिनों भी खदान में महिला बाउंसरों की करतूत सामने आई थी। वीडियो वायरल होने के बाद भू विस्थापितों में आक्रोश पनप रहा था। जिसके मद्देजनर बाउंसरों को हटाने के थोड़े ही दिन बाद पुनः काम पर बुला लिया गया। लोगों के बीच चर्चा है कि पूर्व की तरह इस बार भी बाउंसरों को बुलाया जा सकता है। बहरहाल वीडियो वायरल होने के बाद कंपनी बेक फूट पर है।