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Madhya Pradesh News : सब्जी की खेती से प्रतिदिन की आमदनी सीजन पर होती है 20000 से 50000 समूह से जोड़कर बदला जीवन

ब्यूरो चीफ राजू जोशी महाराज छतरपुर मध्य प्रदेश

देवरी विकासखंड ग्राम बिछुआ भावतरा आस्था स्व. सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती शांति पटेल ने अलग-अलग किस्तों में समूह से लगभग 3 लाख रूपय का लोन लिया। इस राशि से उन्होंने सब्जी की थौक का काम शुरू किया इसके साथ ही उन्होंने अपने खेत में भी सब्जी लगाई शाति बताती है कि उनके परिवार में बड़ी जिम्मेदारी उनकी दो नंद का विवाह होना था दोनों बेटियों को उनके ससुराल विदा किया और विवाह में लगभग 10 लाख रुपया खर्च किया उनका सब्जी खरीदने का कारोबार है प्याज, टमाटर मिर्ची गिलकी, बैगन और खीरा इस क्षेत्र की मुख्य सब्जी की फैसले हैं देवरी में उनकी दुकान है जहां किसानों से वह यह सब्जी थौक में खरीदती है।

और मध्य प्रदेश के बाहर ललितपुर झांसी महोबा लखनऊ इसके अलावा जबलपुर भोपाल, नरसिंहपुर करेली आदि स्थानों के व्यापारियों से उनका सीधा संपर्क है। जहां भी सब्जी पहुंच जाती है शांति ने बताया कि जब सीजन चलता है तो सारी खर्च काटने के बाद प्रतिदिन 20000/- से लेकर 50000/- तक उनका नेट प्रॉफिट होता है इसी समूह से जुड़ी श्रीमती निर्मला पटेल ने बताया कि उनके खेतों में पाली मल्चिंग और ड्रिप के साथ सब्जी लगी हुई है अभी उन्होंने खीरा लगाया है हफ्ते में 2 दिन खीरे की तोडाई होती है लगभग 12 क्विंटल खीरा एक तुड़ाई में निकलता है डेढ़ माह चलने वाली खीरे की तोड़ाई में बिहार तीसरे रोज खीरा तोड़ते हैं इसके बाद टमाटर लगते हैं जो प्रतिदिन लगभग 10 से 12 क्विंटल लगातार चार माह तक तोड़ा जाता है। उन्होंने बताया की परिवार के बड़े खर्च है जो विवाह के लिए बाकी परिवार के आविवाहित सदस्यों के दायित्व पूर्ति के उपरान्त अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ा रही है मकान का निर्माण कराया है स्वयं के लिए कुछ आभूषण का निर्माण कराया है और अपनी खेती को और बेहतर बनाया है घर में वहान दो पहिया वाहन कृषि के सभी यंत्र उनके पास उपलब्ध है। इसी ग्राम की श्रीमति अनुराधा काछी ने नेट हाउस बनाया है। उसमें धनिया लगाया है, ये बताती है कि बारिस के समय धनिया की कीमते आसमान छूती है पिछले साल केवल धनिया 60000/- रूपय से उपर बिका था। ग्राम जमनापुर परासिया की श्रीमति संगीता कुर्मी परी स्व सहायता समूह से जुड़ी उन्होने समूह से अब तक 4 लाख रूपया लोन लिया है इस राशि को भैंस खरीदने, खेती करने और दूध संग्रहण केन्द्र को चलाने में लगाया है। उनकी आमदनी बढी उनका सपना था कि हम रक्षा बंधन पर अपने भाई को राखी बाधने के लिए स्व. की कार से जायें। समूह से जुड़कर उनका सपना पूरा हुआ। इस राखी वे अपनी कार से मायके जायेगी। कलेक्टर श्री संदीप जी.आर. का कहना है आधुनिक तकनीकी को अपनाकर समूह की महिलाओं ने सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में लाम कमाया है की दुकान थोक व्यापार हाई वैल्यू वेजिटेबल क्रॉप हाई प्रोडक्शन वेजिटेबल क्रॉप को अपनाकर महिलाओं ने अपने परिवार के आर्थिक जीवन को एक नई दिशा दी

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