कटनी जिले के ग्राम खरखरी नं.2 गाँव में पानी की किल्लत जारी, अधिकारी K.S. डामोर और साकेत सुहाने के आश्वासन पर अब तक नहीं हुआ अमल

कटनी जिले के ग्राम खरखरी नं.2 तहसील रीठी गाँव में पानी की किल्लत जारी, अधिकारी K.S. डामोर और साकेत सुहाने के आश्वासन पर अब तक नहीं हुआ अमल
ग्राम पंचायत खरखरी तहसील रीठी जिला कटनी मध्य प्रदेश में पानी की समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। ग्रामीणों ने कई बार इसकी शिकायत पंचायत एवं संबंधित विभाग को दी थी। इसी संदर्भ में दिनांक 18/05/2025 को अधिकारी K.S. डामोर एवं साकेत सुहाने गाँव पहुँचे थे और उन्होंने खुद मौके पर समस्या को देखा था।
उन्होंने सार्वजनिक रूप से आश्वासन दिया था कि जल्द ही हैंडपंप में समर्सिबल पंप की स्थापना करवाई जाएगी, जिससे गाँव में पानी की स्थायी सुविधा मिल सके। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि उस दिन के बाद से आज तक कोई काम शुरू नहीं हुआ।
गाँव की महिलाएँ, बुजुर्ग और बच्चे रोज़ाना पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। दूर-दराज से पानी लाना उनकी मजबूरी बन चुका है।
गाँव के निवासी ने बताया,
“हम अधिकारियों पर भरोसा करके बैठे रहे, लेकिन अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिला है, कोई पंप नहीं लगा।”
महिला समूह की सदस्य कहती हैं, “पानी के लिए रोज़ लड़ाई होती है। बच्चों की और बुजुर्गों की तबीयत सब पर असर पड़ रहा है।”
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो वे सामूहिक रूप से धरना प्रदर्शन करेंगे और इस लापरवाही के खिलाफ आवाज़ उठाएँगे
पी एच ई विभाग के अधिकारी जांच में आए 
जांच में पाया गया कि सुनाई मोहल्ला (झंडा चौक), कन्हैया चौक, चौकड़ी में जो नल जल योजना के अंतर्गत जो नल लगाए गए हैं वो खाली पड़े रहते है PHE विभाग के अधिकारी ने आश्वासन दिया था कि हम हैंडपंप सुधरवाते हैं और यदि नहीं सुधरेगा तो हम हैंडपंप में समर्सिबल की स्थापना करवाते है जब SDO साहब साकेत सुहाने जी से जानकारी ली जाती है कि समर्सिबल कब डाला जाएगा तो उनका जवाब आता है सचिव, सरपंच से लेटर पैड में लिखवा लो लेटर पैड के लिए सचिव से बोला गया तो 6–8 दिन में लेटर पैड तैयार किया गया अब लेटर पैड तैयार तो हो गया लेकिन उसको लेने के लिए ग्राम के नागरिक जाए उस के लिए भी नागरिक तैयार है तो लेटर पैड PHE विभाग में जमा करने के लिए आना कानी की जा रही थी अब लेटर पैड जमा हो गया लेकिन समर्सिबल पम्प की स्थापना करने में आज कल करके टाल दिया जा रहा है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि उनका समर्सिबल पम्प की स्थापना करने का निर्णय नहीं है क्योंकि सरपंच, सचिव सभी को पता है कि मुहल्ले में 2 हैंडपंप है दोनों बंद पड़े हैं नागरिक निजी बोरवेल से पानी भरते हैं जिसमें झगड़े, दूर दराज, और अधिक समय तक इंतजार करना पड़ता है
अधिकारियों की जिम्मेवारी नहीं
अधिकारियों द्वारा बोला जा रहा है तुम लोग सरपंच, सचिव से लिखवा लो लेटर पैड लेकर आ जाओ समर्सिबल पम्प ले जाओ फिर नागरिकों ने पूछा समर्सिबल पम्प को कौन डलवाएगा तो SDO द्वारा बोला गया पंचायत सचिव इस के पहले SDO द्वारा बोला गया था कि समर्सिबल पम्प की स्थापना तो करवा दे लेकिन उसका संचालन कौन करेगा जबकि ये जिम्मेवारी पंचायत की है लेकिन ये सवाल नागरिकों से की जा रही हैं