बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में नशा मुक्ति पर कार्यशाला, युवाओं को जागरूक करने का लिया संकल्प
धनबाद।
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद में “नशा मुक्त भारत, एक सशक्त भारत” विषय पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की संकायाध्यक्ष डॉ. पुष्पा कुमारी ने की। कार्यशाला की शुरुआत बिनोद बिहारी महतो की तस्वीर पर माल्यार्पण कर की गई, जिसमें डॉ. शर्मिला रानी (प्राचार्या, एसएसएलएनटी कॉलेज), डॉ. रूपम, डॉ. ताप्ती, और डॉ. सरिता श्रीवास्तव समेत अन्य शिक्षाविदों ने भाग लिया।
कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता डॉ. आलमगीर आलम (पी. के. राय कॉलेज), डॉ. रजनी बिरला (आरएसपी कॉलेज, झरिया), डॉ. सरिता श्रीवास्तव (प्राचार्या, गोमिया डिग्री कॉलेज), डॉ. इंद्रजीत कुमार (प्राचार्य, डिग्री कॉलेज टुंडी) उपस्थित रहे।
डॉ. पुष्पा कुमारी ने कहा, “युवा देश की रीढ़ हैं, यदि वे नशा के चंगुल में फंस गए तो राष्ट्र का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।” उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि नशा मुक्ति की मुहिम को तभी बल मिलेगा जब वे खुद आगे आएंगे।
डॉ. सरिता श्रीवास्तव ने युवाओं से आग्रह किया कि वे “ना” कहना सीखें, वहीं डॉ. रजनी बिरला ने आत्मनिर्णय और संकल्प की शक्ति को रेखांकित करते हुए कहा कि “कुछ भी असंभव नहीं यदि हम ठान लें।” डॉ. आलम ने सरकारी प्रयासों की चर्चा करते हुए बताया कि देशभर में कई नशा मुक्ति केंद्र कार्यरत हैं, जहां निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध है।
कार्यक्रम में विशेष प्रस्तुति देते हुए डॉ. त्रिवेणी महतो (आर.एस. मोर कॉलेज) ने खोरठा गीत के माध्यम से नशा से दूर रहने का संदेश दिया। डॉ. इंद्रजीत कुमार ने एक शॉर्ट फिल्म के जरिए विद्यार्थियों को नशा के दुष्प्रभावों से अवगत कराया।
कार्यक्रम का सफल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. मुकुंद रविदास ने किया।