Rajasthan News डॉ अंबेडकर सर्किल मानपुर में समस्त अंबेडकर के अनुयायियों के तत्वाधान में
रिपोर्टर महावीर चन्द्र राजस्थान
आबूरोड सर्वप्रथम परम पूजनीय भारत रत्न संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ अंबेडकर की प्रतिमा पर माला एवं पुष्प अर्पित कर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत की ,व राज लाठी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जाजम पर विराजमान अंबेडकर के अनुयायियों से कहां की मनुस्मृति दहन पर प्रकाश डालें,,,, सभी बुद्धिजीवी लोगों ने अपना-अपना परिचय देते हुए मनुस्मृति दहन एवं अंबेडकरवादियों की एकता के विषय पर प्रकाश डाला,,, आदरणीय रमेशचंद्र बैरवा, सुनील एडवोकेट, रमेशबुद्धा, नारी शक्ति ललिता गरासिया सरपंच, और सभी बुद्धिजीवी भाइयों ने मनुस्मृति के बारे में विस्तार से बताया, की अंबेडकर जी ने 25 दिसंबर 1927 को महाड में मनुस्मृति कि प्रतियां जलाई थी डॉ अंबेडकर का मानना था कि मनुस्मृति में जातिवाद, वर्णव्यवस्था, और जाति आधारित अविचारिता को बढ़ावा दिया गया है, इसलिए मनुस्मृति दहन दिवस के रूप में आज हम समस्त बाबा साहेब के अनुयाई मिलकर,,, मनुस्मृति की प्रतियां जलाकर मनुस्मृति दहन दिवस बना रहे हैं,,, अंत में इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी समर्पित बाबा साहेब के अनुयाईयो का बहुत-बहुत आभार , जताते हुए कार्यक्रम की व्यवस्था नरेश जगदीश और भी समर्पित लोगों ने संभाली और इस कार्यक्रम में सभी समाज के समाज बंधु एवं बाबा साहेब के अनुयाई और आदिवासी भाई काफी संख्या में उपस्थित रहे।